कांग्रेस और गठबंधन की नजर अब आपकी कमाई व सम्पत्ति पर
कांकेर। भाजपा कार्यालय कमल सदन कांकेर में आज प्रोसवार्ता में छग के वन मंत्री केदार कश्यप ने कांग्रेस पर करारा प्रहार किया।
केदार कश्यप ने कहा कि 60 के दशक से कांग्रेस ने तुष्टिकरण की राजनीति को चुनाव जीतने का हथियार बनाया । हम वर्षो से इसके खिलाफ लड़ रहे थे। 2014 से देश के प्रधानमंत्री आदरणीय नरेन्द्र मोदी ने विकास का एजेंडा देश में सेट किया जिसके बाद कांग्रेस लगातार पराजित हो रही है। अब कांग्रेस फिर से एक बार तुष्टिकरण के आधार पर चुनाव जीतना चाहती है ।
कश्यप ने कहा कि कांग्रेस और इंडी गठबंधन की नजर अब आपकी कमाई पर है । आपकी संपत्ति पर है । आपकी संपत्ति पर कांग्रेस पंजा मारना चाहती है । किसके पास कितनी प्रापर्टी है, किसके पास कितना धन है, किसके पास कितने मकान है, कांग्रेस सरकार उसकी जांच कराएगी। यह जो संपत्ति है उनको सरकार अपने कब्जे मे लेकर सभी को बांट देगी।
कांग्रेस देश की माता-बहनों के सोने के गहनों की जांच कराना चाहती है । माता, बहनों का सोना चुराने के लिए यह सर्वे कराना चाहते है। इन परिवारवादी लोगों ने देश को लूटकर अपना इतना साम्राज्य बना लिया है कि देश को कुछ नही दिया है । जनता के धन को लूटना, देश को लुटना ही कांग्रेस अपना जन्मसिद्ध अधिकार समझती है ।
नौकरी पेशा लोगों ने अपने बच्चों के भविष्य के लिए जो एफडी करवाई है कांग्रेस उसकी भी जांच कराने की बात कर रहे है । कांग्रेस सर्वे कराएगी फिर ऐसे की सरकार के नाम पर कब्जा करेगी। यह आपकी संपत्ति को बांटने की बात कर रही है ।
श्री कश्यप ने कहा कि कांग्रेस के 2024 के घोषणा पत्र से स्पष्ट है कि कांग्रेस जातियों और उप जातियों और उनकी सामाजिक आर्थिक स्थितियों की गणन करने के लिए एक राष्ट्रव्यापी जाति जनगणना आयोजित करेगी। कांग्रेस ने अपने मेनिफेस्टों में कहा है कि देश में बहुसंख्यकवाद की कोई जगह नही है । कांग्रेस का मेनिफेस्टो अल्पसंख्यक समुदाय के लिए ही बनाया गया है । क्योंकि इसके अधिकांश सेक्शन में अल्पसंख्यकों के कल्याण की ही बातें लिखी है।
कांग्रेस के नेता राहूल गांधी ने अपने भाषणों में कहा कि है कि हम देश का एक्सरे करके पता लगायेंगे की हिन्दुस्तान का धन किनके हाथों में है । ये देश की संपत्ति का बंटवारा करने की बात कर रहे है । यह दिन के उजाले की तरह स्पष्ट है कि कांग्र्रेस हमारी संपत्ति, गरीबों और हाशियों पर पड़े लोगों, एससी, एसटी की संपत्ति, महिलाओं की बचत को छीनना चाहती है और इसे विशेष रूप से अल्पसंख्यकों के बीच पुर्नवितरित करना चाहती है । जैसा कि कांग्रेस यूपीए चाहती थी। कांग्रेस ने इससे पहले भी ऐसा किया है। कांग्रेस की सरकारों ने 1960 और 1970 के दशक में कानून पास करके भारतीयों को इस बात के लिए विवश किया था कि वह अपनी कमाई का एक हिस्सा सरकार के पास जमा कर दे । जवाहर लाल नेहरू और इंदिरा गांधी की अगुवाई वाली कांग्रेस सरकारों ने लोगों की कमाई जब्त करने वाले ऐसे ही कानून 1963 और 1974 में पास किये थे। इनका नाम कम्पलसरी डिपाजिट स्कीम एक्ट था। इसके अंतर्गत सभी करदाताओं, सम्पत्ति धारकों और सरकारी कर्मचारियों को अपनी कमाई का 18 प्रतिशत सरकार के पास जमा करना होता था।
देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जहां आज लोगों की कमाई बढ़ा कर देश को सशक्त करना चाहती है वहीं कांग्रेस सरकार लोगों की कमाई जब्त करके देश का विकास करना चाहती थी।
पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए श्री कश्यप ने कांग्रेस पर भारत रत्न बाबा साहेब अंबेडकर के अपमान का आरोप लगाते हुए कहा कि ये वही कांग्रेस है जिसने बाबा साहब को हराने जी तोड़ मेहनत की।
छग में कांग्रेस ने आदिवासियों, दलितों का आरक्षण कम किया। महामहिम द्रोपदी मुर्मू को राष्ट्रपति बनने से रोका। आदिवासियों के अधिकारों का हनन किया।
डॉ मनमोहन सिंह सरकार ने 10 वर्षो के शासन में मात्र 34 हजार करोड़ आदिवासियों के उत्थान के लिये मिला जबकि भाजपा ने 3 लाख करोड़ से ज्यादा दिया।श्री कश्यप ने कहा कि कांग्रेस ने पिटे हुए चेहरे को विधानसभा में उतारा जिससे उसकी विधानसभा में करारी हार हुई । उन्होंने कहा कि हमारा प्रत्याशी भोजराज नाग लोगो के हितों के लिये लड़ता है।
कांग्रेस ने ऐसे प्रत्याशी बीरेश ठाकुर को चुनाव में उतारा जो रेस से बाहर था।
श्री कश्यप ने विश्वास जताया कि जनता का आशीर्वाद फिर से बीजेपी को मिलेगा। उन्होंने कहा कि भाजपा ही क्षेत्र का विकास करेगी
कांग्रेस का मेनिफेस्टो अवैध धर्मांतरण को बढ़ावा देने वाला है। कांग्रेस केवल एक वर्ग को लेकर चलती है। कांग्रेस आरक्षण खत्म करना चाहती है ।
श्री कश्यप ने कहा कि कांग्रेस की मानसिकता को उजागर करना जरूरी है जो बहुसंख्यक के खिलाफ व अल्पसंख्यक के पक्ष में है । जनता को कांग्रेस का वास्तविक चेहरा जानना जरूरी है ।
इस प्रेसवार्ता में बस्तर संभाग संगठन प्रभारी रजनीश सिंह, राजा देवनानी, निपेन्द्र पटेल, हेमन्त पाणिग्रही सहित अन्य उपस्थित रहे ।
निपेन्द्र पटेल