बड़ी खबर – चारामा वन परिक्षेत्र के ग्राम गितपहर में वन सुरक्षा समिति के सदस्य के ऊपर ही भालू ने कर दिया जानलेवा हमला,ग्रामीणों को जंगली जानवरों के हमले से बचाने के लिए वन विभाग के पास नही है कोई ठोस उपाय
रिपोर्ट : दिनेश साहू चारामा ।। चारामा। वन परिक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांवों में दिन- ब-दिन जंगली भालुओं का आतंक बढ़ता ही जा रहा है । यहां पर अब तक कई ग्रामीण जंगली जानवरों के हमले के बाद गंभीर रुप से घायल हो चुके हैं । वहीं कईयों ने अपनी जान भी गंवा दी है । इन खूंखार जंगली जानवरों को नियंत्रित करने में वन विभाग पूरी तरह से नाकाम साबित हो रहा है । जिसके चलते आए दिन चारामा वन परिक्षेत्र के ग्रामीण जंगली भालूओं के शिकार होते जा रहे हैं । शायद वन विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों को भोले भाले ग्रामीणों की जान की कोई परवाह ही नहीं है । बुधवार 28 फरवरी को दोपहर लगभग 12 बजे भी चारामा वन परिक्षेत्र के ग्राम गितपहर के राजस्व ग्राम दुर्गाटोला में जंगली भालू के द्वारा एक ग्रामीण पर जानलेवा हमला करने की खबर मिल रही है । हवाले से मिल रही सूचना के मुताबिक ग्राम गितपहर के एक मोहल्ला दुर्गाटोला के ग्रामीण राधेलाल धुर्वा उम्र लगभग 45 वर्ष भी बुधवार की सुबह जंगली भालू के जानलेवा हमले के शिकार हो गए हैं । हालांकि इस हमले के बाद उनकी जान बच गई है । लेकिन वे गंभीर रूप से घायल हो गए हैं । जंगली भालू के हमले के शिकार ग्रामीण वन सुरक्षा समिति के सदस्य भी बताए जा रहे हैं । जो अपने साथी के साथ जंगल की देखरेख करने के बाद वापस घर लौट रहे थे । तभी उनकी नजर जंगली भालू पर पड़ी और वे रास्ता बदलकर गांव लौटने लगे । उसी दौरान एक मादा भालू ने उन पर हमला करना शुरु कर दिया । ग्रामीण वहां से जान छुड़ाकर भागने लगे । उसके बाद भी भालू ग्रामीण पर लगातार हमला करता रहा । ग्रामीण भी अपनी जान बचाने के लिए भालू से लगातार लड़ता रहा । और अंत में अधिक शोरगुल होने के बाद भालू को वहाँ से जंगल की ओर भागना पड़ा । जब तक ग्रामीण बुरी तरह से घायल हो चुके थे । घटना के बाद तत्काल उन्हें उपचार के लिए अन्य ग्रामीणों व संजीवनी एक्सप्रेस 108 की मदद से चारामा के रानी दुर्गावती सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लाया गया । जहां पर प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने उन्हें बेहतर उपचार के लिए जिला मुख्यालय कांकेर स्थित शासकीय कोमलदेव अस्पताल रिफर कर दिया है । जहां पर घायल व्यक्ति का उपचार जारी है । अब देखना यह है कि वन विभाग जंगली भालू के हमले से घायल ग्रामीण की मदद के लिए किस तरह के कदम उठाती है ।
रहमान खान
वन परिक्षेत्र अधिकारी चारामा
“”घटना के संबंध में मुझे भी ज्यादा जानकारी नहीं है । अभी मै अस्पताल जाकर जानकारी लूँगा । तभी आपको बता पाऊँगा””