कलेक्टर ने लिया सुदूर बीहड़ क्षेत्र में विकास कार्यों का जायजा साथ ही निर्माणाधीन सड़क और पुल पुलियों का किया औचक निरीक्षण
पंकज यदु कांकेर – जिले के दूरस्थ इलाकों में शासन के विकास कार्यों का जायजा लेने और जमीनी स्तर पर योजनाओं के क्रियान्वयन की जानकारी लेने कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह ने आज दुर्गूकोंदल ब्लॉक के बीहड़ एवं दूरस्थ इलाके में स्थित गांवों का आकस्मिक दौरा किया। इस दौरान वे सबसे पहले ग्राम-लाटमरका पहुंचे जहां पर पोटा केबिन में संचालित प्राथमिक शाला के विद्यार्थियों से भेंट कर उनका परिचय पूछा। साथ ही छात्राओं से पहाड़ा भी पूछा, जिस पर छात्रा के. राकेश्वरी जाड़े, खिलेश्वरी और संजना सलाम ने क्रमशः सही उत्तर दिया। इस पर कलेक्टर ने उनकी सराहना करते हुए अन्य बच्चों से ताली बजवाकर उनका उत्साहवर्धन किया। इसके बाद वहां पकाए जा रहे मध्याह्न भोजन का भी निरीक्षण किया। स्कूल में बोर से अनावश्यक रूप से पानी बहाए जाने पर कलेक्टर ने शिक्षक को तत्काल बोर बंद करने और पानी की बचत करने के लिए निर्देशित किया। इसके पश्चात कलेक्टर ने ग्राम मेड़ो से लाटमरका तक प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत निर्माणाधीन 13.5 किलोमीटर लंबे मार्ग का निरीक्षण किया। कार्यपालन अभियंता ने बताया कि उक्त मार्ग 8.05 करोड़ रूपए की लागत से तैयार किया जा रहा है। कलेक्टर ने इसकी पूर्णता तिथि मार्च 2024 तक निर्माण कार्य को पूरी गुणवत्ता के साथ हर हाल में पूर्ण करने के निर्देश कार्यपालन अभियंता को दिए। इसके बाद पखांजूर-केंवटी मार्ग पर चउंरगांव के समीप 4.42 करोड़ रूपए की लागत से 100 मीटर लंबे निर्माणाधीन पुल का निरीक्षण कर नियत तिथि में निर्माण कार्य पूरा करने कार्यपालन अभियंता प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना को निर्देशित किया।
द्वारिकापुरी में आयोजित समाधान शिविर में शामिल होकर कहा, कोई भी पात्र हितग्राही छूटने ना पाए
इसके पश्चात पखांजूर के ग्राम द्वारिकापुरी में आयोजित समाधान शिविर में कलेक्टर ने शिरकत की, जहां विभिन्न विभागों के द्वारा स्टॉल लगाकर हितग्राहियों से आवेदन प्राप्त किए जा रहे थे। कलेक्टर ने महिला एवं बाल विकास विभाग के स्टॉल में जाकर महतारी वंदन योजना के तहत प्राप्त आवेदनों का अवलोकन किया, साथ ही परियोजना अधिकारी को निर्देशित किया कि कोई भी पात्र महिला उक्त योजना का लाभ लेने से वंचित ना रह जाए, इसलिए सभी का आवेदन निर्धारित तिथि तक लिया जाए। उन्होंने साफतौर पर निर्देश दिया कि योजना के तहत ऑनलाइन एंट्री करने के लिए किसी भी निजी संस्था या प्रतिष्ठान को लॉगिन यूजर आईडी और पासवर्ड साझा ना करें। इस दौरान कलेक्टर ने राजस्व विभाग के स्टॉल में दो ग्रामीण खोकन पिता सुधीर और तारण पिता पदो सरकार को ऋण पुस्तिका वितरित की। उन्होंने विभिन्न योजनाओं के तहत स्वीकृत प्रकरण के सम्बन्ध में हितग्राहियों को शिविर स्थल में बुलाने के लिए उनके नामों को घोषणा माइक के जरिए करने के निर्देश दिए। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग के स्टाल में जाकर उन्होंने उपस्थित ग्रामीणों का सिकल सेल टेस्ट करने के निर्देश स्वास्थ्य कार्यकर्ता को दिए। इस अवसर पर कृषि, खाद्य, जल संसाधन, सहित अनेक विभागों के द्वारा स्टॉल लगाकर ग्रामीणों को विभागीय योजनाओं की जानकारी दी जा रही थी। इसके पश्चात पीवी 58 प्राथमिक एवं मिडिल स्कूल के भवनों का निरीक्षण किया, जहां पर ग्रामीणों और विद्यार्थियों ने पेयजल और पुराने स्कूल भवन की मरम्मत कराने की मांग की। इस पर कलेक्टर ने सीईओ जनपद पंचायत को ग्राम पंचायत के माध्यम से प्रस्ताव मांगने के निर्देश दिए।
बांदे , कोयलीबेडा में स्थित शासकीय कार्यालयों और वृहत पुल का किया मुआयना
इसके बाद कलेक्टर ने जिला मुख्यालय से सुदूरवर्ती क्षेत्र में स्थित तहसील कार्यालय बांदे, जनपद पंचायत कोयलीबेड़ा और मार्ग में मेंडकी नदी पर नवनिर्मित कटगांव और कामटेड़ा के वृहत पुल का अवलोकन एवं निरीक्षण किया। साथ ही कोयलीबेड़ा में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण कर वहां मौजूद स्टाफ से वहां आने वाले रोगियों की औसतन संख्या, औषधि भंडारण और अन्य जानकारी कलेक्टर ने ली।