वनस्पतिशास्त्र के छात्रों ने कृषि विश्वविद्यालय रायपुर का किया शैक्षणिक भ्रमण
पंकज यदु कांकेर – शासकीय शहीद गेंदसिंह महाविद्यालय, चारामा के एमएससी वनस्पतिशास्त्र चतुर्थ सेमेस्टर के 35 विद्यार्थियों द्वारा प्राचार्य डाॅ. के. के. मरकाम के मार्गदर्शन में तथा वनस्पतिशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष डाॅ.विशाल वाष्र्णेय के नेतृत्व में इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर का शैक्षणिक भ्रमण किया गया।
वनस्पतिशास्त्र विद्यार्थियों के सतत् विकास, पौधों एवं प्रायोगिक क्षेत्र में लैब के महत्व का व्यवहारिक अध्ययन करवाने हेतु इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर भ्रमण करवाया गया। सर्वप्रथम विद्यार्थियों द्वारा कृषि विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित कृषि मेला का विजिट किया। जिसमें छात्रों ने आधुनिक कृषि के क्षेत्र के उपयोग में होने वाले नए कृषि उपकरण राइस ट्रांसप्लाटर, ट्रैक्टर कीट,हार्वेस्टर,सेल्फ कंबाइन हार्वेस्टर,पैडी थ्रेसर,हैण्ड रीपर,पाॅवर टिलर,पाॅवर वीडर,रोटावेटर,कल्टीवेट,हरी सब्जी पत्ती कटाई यंत्र,बैटरी चलित रीपर,सौर ऊर्जा छिड़काव यंत्र,पांच कतारी पशुचलित बहु फसलीय प्लांटर,ड्रोन सहित अन्य मशीनें एवं जैविक खेती के क्षेत्र में उपयोग होने वाले खाद दवाईयों को देखा एवं कृषि के क्षेत्र में उसे किस प्रकार उपयोग किया जाता है जिससे किसानों को कृषि के क्षेत्र में मिलने वाले अधिक लाभ के संबंध में विभिन्न जानकारी प्राप्त की।
इसके पश्चात विद्यार्थियों ने आर एच रिहारिया प्रयोगशाला,वानिकी विभाग,कृषि संग्रहालय व हर्बल गार्डन देखा। आर एच रिहारिया प्रयोगशाला में डाॅ.संजय भार्या,सहायक प्राध्यापक ने छात्रों को बताया इस विभाग में कुल 23250 धान के किस्मों और जिनोटाइप को संग्रहित करके रखा गया है। जिसका उपयोग कृषि के क्षेत्र विभिन्न प्रकार के रिसर्च के लिये किया जाता है। साथ ही फसल सुधार से संबंधित टूल्स और तकनीक,अनुसंधान परियोजना,उन्नत हाईटेक उपकरणो और ऊतक संस्कण में प्रयागेशालाओं की जटिलताओं से छात्रों को परिचय कराया। वानिकी विभाग में डाॅ. वी.बी.कुरूवंशी प्रोफेसर तथा डाॅ एस.पी.तिवारी सहायक प्राध्यापक ने प्लांट फिजियोलाॅजी विभाग में चल रहे शोध और उपकरणों के बारे में छात्रों को विस्तृत रूप से जानकारी दी।व कृषि संग्रहालय में विद्यार्थियों ने छत्तीसगढ़ के पांरम्परिक कृषि यंत्र एवं साधन,मध्यपाषण युग एवं नवपाषण युग में मानव द्वारा प्रयुक्त कृषि औजार सहित कृषि क्षेत्र में उपयोग होने वाले अन्य उपकरणों से परिचित हुये। अंत में विद्यार्थियों ने इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के हर्बल गार्डन का भ्रमण किया। जहां प्रोफेसर डाॅ.प्रताप टोपो ने हर्बल गार्डन में लगे सुगांधित एवं औषधीय पौधों के बारे में जानकारी देते हुये बताया कि हर्बल गार्डन में लगे पौधों के विभिन्न भागों का उपयोग आयुर्वेदिक औषधीयों के रूप में किया जाता है। इस शैक्षणिक भ्रमण ने छात्रों को अद्वितीय अनुभव प्रदान किया और उन्हे आधुनिक कृषि तकनीक के क्षेत्र में जानकारी मिली। इस शैक्षणिक भम्रण में महाविद्यालय स्टाॅफ तृप्ती योगी अतिथि व्याख्याता वनस्पतिशास्त्र,लक्ष्मीछाया भोजवानी,धर्मेन्द्र सिन्हा उपस्थित रहे